रतन टाटा से जुडी कुछ दिलचस्प बातें ( some interesting stories about Ratan Tata)
रतन टाटा से जुडी कुछ दिलचस्प बातें
रतन टाटा सर वह व्यक्ति है जिनकी सादगी और देशप्रेम की भावना का पूरा देश दीवाना है। जब भी देश पर कोई भी विपदाआती है तो आज भी देशसेवा के लिए तत्पर तैयार रहते हैं रतन टाटा। वही एक मात्र ऐसे सेलिब्रिटी है जो देश सेवा के लिए हमेशा तैयार रहते हैं। देश के अनमोल रत्न रतनजी टाटा पर पूरे देश को गर्व है।
उनके जीवन की कुछ घटनाएं जो मैंने पढ़ी है आपको बताता हूं।
पहली घटना:
रतन टाटा जी एक बार अमिताभ के बगल वाली सीट पर विमान (फ्लाइट) में सफर कर रहे थे। अमिताभ ने पूछा, आप फिल्म देखते हैं, रतन टाटा ने कहा "समय नहीं मिलता", अमिताभ ने बताया कि "वह फिल्म स्टार है।" रतन सर ने कहा बहुत खुशी हुई आपसे मिलकर। अमिताभ बहुत प्रसन्न थे। अपना फिल्मस्टार वाला एटिट्यूड दिखा रहे थे। जब एयरपोर्ट पर उतरे तो अमिताभ ने पूछा कि आपने परिचय नहीं दिया तो इन्होंने कहा मैं टाटा ग्रुप ऑफ इंडस्ट्रीज के चेयरमैन हूं और रतन टाटा नाम है। अमिताभ को काटो तो खून नही।
दूसरी घटना:
यह धटना जब कि है जब 26/11 के मुबई हमले में जब मुबई के ताज होटल में बहुत से लोग होटल में फंसे हुए थे। और तब एक शख्स जो बिना अपनी जान चिंता किये बगैर, बिना किसी सिक्योरिटी या बुलेट प्रूफ जैकेट के होटल के बाहर अपने कर्मचारियों और होटल में फंसे लोगों की चिंता कर रहा था। और यह व्यक्ति और कोई नहीं हमारे रतन टाटा ही थे।
तीसरी घटना:
यह घटना मुंबई हमले की बाद की है। पाकिस्तान ने tata sumo की हजारों गाड़ियों का आर्डर दिए था। जो मुंबई हमले के बाद टाटा ने डिलीवरी को कैंसल कर दिया व ये बोलकर गाड़ियां देने से इनकार कर दिया कि "मैं उस देश को गाड़ीया नहीं दे सकता जो मेरे देश के खिलाफ उन गाडियों का उपयोग करे।"
चौथी घटना:
चौथी घटना मुंबई हमले के बाद की है मुंबई ताज होटल की मॉडिफिकेशन का था पाकिस्तान के एक पार्टी इस काम के लिए इनसे मिलने आई। इन्होंने मिलने से मना कर दिया। पार्टी ने दिल्ली जाकर आनन्द शर्मा से सिफारिश करवाई। शर्मा ने पार्टी की तारीफ करते हुए कहा इन्हें काम दीजिए ये अच्छा काम करेंगे। रतन टाटा का जवाब था- You may be shameless,I am not (आप बेशर्म हो सकते हैं, मैं नहीं!)
पाँचवी घटना:
यह घटना अभी की ही है जनवरी 2021 जब एक दिन रतन टाटा सर को अपने एक पुराने कर्मचारी के अस्वस्थ होने की जानकारी मिली तो उन्होंने सोचा और मन किया कि क्यू न ? आज अपने पुराने कर्मचारी से मिला जाए। बस फिर क्या है।
रतन टाटा सर निकल पड़े अपने उस कर्मचारी से मिलने, वह भी बिना कोरोना की फिक्र किए। और तुरंत पहुंच गए पुणे, जहाँ वे अपनी कम्पनी के पुराने कर्मचारी से मिले और उनके साथ समय व्यतीत किया।
और जब यह खबर मीडिया को पता चली जाती तब तक उनकी यह बात औऱ एक तसवीर सोशल मीडिया पर बहुत वायरल होने लगी। और लोगों द्वारा खूब सराहा गयी ।
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यही वो व्यक्ति है जिन्होंने कोरोना फंड में 1500 करोड़ दान किए हैं और कहा है कि "जरूरत पड़ने पर अपनी पूरी संपत्ति देश के लिए दे सकता है।"
हमारे देश के असली हीरो। आज के युवा को इन्हें अपना आदर्श मानना चाहिए और इन पर गौरव करना चाहिए।
मेरे नजर में भारत रत्न का हकदार ये असली रत्न, ये कर्मयोद्धा है जिन्होंने भारत की औद्योगिक क्रांति का नेतृत्व किया और उत्पादों की गुणवत्ता के सदैव मानक स्थापित किए।
जय हिन्द! वन्देमातरम!
लेखक: अज्ञात
TATA hi Desh ki Shaan.
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